Thursday 14 July 2016

सांसद पटेल ने किया चितलवाना क्षेत्र का दौरा

सांचौर/हाडेचा
क्षेत्रीयसांसद देवजी पटेल ने बुधवार को चितलवाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा कर स्थानीय लोगों से रूबरू हुए। इस दौरान लोगों ने शिक्षा, पेयजल, चिकित्सा, सड़क आदि समस्याओं से अवगत कराया। सांसद ने दौरे के दौरान बुधवार को हाड़ेचा में निर्मित किसान सेवा केंद्र एवं ग्रामीण गौरव पथ का उद्घाटन किया। इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार किसान हित में विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। जिसका लाभ किसानों को उठाना चाहिए। इसके बाद सांसद पटेल ने बुधवार को हाड़ेचा का गोलिया हरीपुरा में झुंझार मंदिर की प्रतिष्ठा में भाग लिया। इस मौके होथीगांव महंत संतोषपुरी महाराज, कमापुरा महंत शरणनाथ महाराज, हाड़ेचा महंत कैलाशगिरी महाराज के अलावा जिला प्रमुख डॉ. वन्नेसिंह गोहिल, पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी, चितलवाना प्रधान हनुमानप्रसाद भादू, भाजपा चितलवाना मंडल अध्यक्ष महेंद्रसिंह झाब भी मौजूद थे।












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जसाराम ने संभाला डीएसपी का पदभार

सांचौर | अतिरिक्तपुलिस अधिक्षक पद पर बुधवार को जसाराम बॉस ने कार्यभार संभाला। इस दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध को रोकना प्राथमिकता होगी तथा क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने के प्रयास किए जाएंगे। जसाराम बॉस के पदभार ग्रहण करने से पहले पुलिसकर्मियों ने उनका स्वागत किया तथा बधाई दी।

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Wednesday 18 May 2016

 हादसे में एक की मौत, दो घायल

राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर सिवाड़ा की सरहद में मंगलवार के देर रात को पिकअप व बस की भिडंत में एक की मौत हो गई। जबकि दो जने घायल हो गये।
  पुलिस के अनुसार बाड़मेर से अहमदाबाद जा रही निजी बस के सामने से आ रही पिकअप से टक्कर हो गई। जिससे पिकअप में सवार के.आर. बंधाकुआ निवासी सोनाराम (24) पुत्र पूनमाराम जाट की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उसमें सवार सोनड़ी निवासी मांगीलाल व रामलाल के चोटें आई। घायलों को सांचौर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौका मुआवना किया। बस व पिकअप को जब्त कर लिया गया है।

Thursday 12 May 2016

चाहे जितनी भी बदन में दर्द हो पर कॉम्बिफ्लेम टेबलेट कभी मत खाना

किसी तरह के दर्द पर तुरंत असर करने वाली पॉपुलर मेडिसीन कॉम्बिफ्लेम आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. भारत में लोगों की जुबां पर बैठ चुकी यह दर्द की दवा सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर खरा नहीं उतर पायी है. हाल ही में सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की जांच में कॉम्बिफ्लेम के  चार बैच फेल हो गए हैं. जांच के तय मानकों पर खरा ना उतरने के बाद कॉम्बिफ्लेम बनाने वाली कंपनी ने भारतीय मार्केट से दवाईयों की बड़ी खेप हटा ली है.

सेहत के लिए खतरनाक

डिसइंटिग्रेशन टेस्ट में कॉम्बिफ्लेम फेल चुकी है. दरअसल इस टेस्ट में ये देखा जाता है कि मेडिसिन बॉडी के अंदर कितनी देर में ब्रेकडाउन होती है. यहीं पर कॉम्बिफ्लेम फेल हो गया है. कॉम्बिफ्लेम की ब्रेकडाउन टाईम ज्यादा निकली. सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की माने तो इस के इस्तेमाल से मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. खास तौर पर इससे पेट के अंदर ब्लीडिंग हो सकती है. लूज मोशन्स और गैस्टो-इन्टेस्टाइनल की परेशानी से भी मरीज को दो-चार होना पड़ सकता है.

कंपनी ने बाजार से दवाएं वापस मंगवाई

जांच में चार बैच के फेल हो जाने के बाद कॉम्बिफ्लेम बनाने वाली कंपनी सनोफी ने भारतीय मार्केट से कॉम्बिफ्लेम की बड़ी खेप हटा ली है. कंपनी की माने तो इसने जून और जुलाई 2015 बैच की दवाईयां वापस मंगवाली है. इसके अलावा दो और बैच भी है जो टेस्ट में फेल हुई हैं. कंपनी का कहना है कि इन दोनों बैच को भी बहुत जल्द मार्केट से हटा लिया जाएगा.

कॉम्बिफ्लेम में पैरासिटामॉल और आईबूप्रोफेन   

कॉम्बिफ्लेम में पैरासिटामोल और आईबूप्रोफेन का कॉम्बिनेशन है और यह भारत में सनोफी के पांच सबसे बड़े ब्रांडों में से एक है. सीडीएससीओ ने कॉम्बिफ्लेम के जिन बैचों को निम्न क्वालिटी का माना है, वे जून, 2015 और जुलाई, 2015 में तैयार किए गए थे और इन पर मई, 2018 और जून, 2018 की एक्सपायरी डेट अंकित है.

अपहृत 13 वर्षीय बालक का 7वें दिन मिला शव


जालोर| सांचौरथाना क्षेत्र के हाडेचा गांव से 7 दिन पहले अपहृत भावेश उर्फ आदित्य (13) पुत्र ताराचंद जैन का शव गुरुवार शाम देवपुरा ग्रेवल सड़क मार्ग के निकट खेत में जेसीबी से खोदी गई खाई में मिला है। मुंबई के अप्रवासी किराणा व्यवसायी ताराचंद का पुत्र भावेश अपनी चाची के साथ परिवार से मिलने हाड़ेचा आया था। गत 5 मई की शाम करीब साढ़े सात बजे भावेश मोबाइल लेकर घर से घूमने निकला था, जिसका बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। बदमाशों ने भावेश को छोड़ने के बदले उसके पिता को फोन कर 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। हालांकि उसके बाद बदमाशों ने परिजनों को फिरौती के लिए दुबारा फोन नहीं किया, लेकिन पुलिस भी बदमाशों को पकड़ने और बालक को मुक्त कराने में नाकाम रही। शव मिलने वाली जगह के हालात बता रहे हैं कि बदमाशों ने हाडेचा गांव से 3 किलोमीटर दूर इस इलाके में लाकर बालक का गला काट हत्या की। बदमाशों ने सुनसान सड़क मार्ग के पास खेत में जेसीबी से खाई खोदी और उसमें शव फेंक दिया। 
गुरुवार शाम उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने तेज दुर्गंध आने पर छानबीन की तो खाई में शव पड़ा मिला। बालक की हत्या कैसे और कितने दिन पहले की गई है, इसका पता खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही होगा।

सोना 260 और चांदी 585 रुपए की गिरावट

 नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में दोनों कीमती धातुओं में जारी गिरावट और घरेलू मांग फीकी पडऩे से शनिवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 260 रुपए गिरकर 26990 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया और चांदी 585 रुपए लुढ़ककर 35915 रुपए पर बोली गई। लंदन से मिली जानकारी के अनुसार सोना हाजिर 0.5 प्रतिशत लुढ़ककर 1148.6 डॉलर प्रति औंस पर आ गया जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.7 प्रतिशत कमजोर होकर 1145.6 डॉलर प्रति औंस बोला गया। 

बाजार विश्लेषकों के मुताबिक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट येलेन द्वारा इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के बयान से डॉलर में आई तेजी के कारण पीली धातु में गिरावट दर्ज की गई। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस साल के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है। इससे निवेशकों के निवेश से दूरी बनाने के कारण सोना की कीमत में गिरावट देखी गई। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी हाजिर भी 0.3 प्रतिशत टूटकर 15.12 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।

विदेशी बाजारों के नकारात्मक संकेत और घरेलू मांग उतरने से सोना

स्टैंडर्ड 260 रुपए लुढ़ककर 26990 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। पिछले कारोबारी दिवस यह 400 रुपए की तेजी के साथ एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। वहीं सोना भी इतनी ही गिरावट के साथ 26840 रुपए प्रति दस ग्राम आ गया। पीली धातु की नरमी का असर आठ ग्राम वाली गिन्नी पर भी पड़ी और यह 100 रुपए गिरकर 22400 रुपए पर आ गई। घरेलू औद्योगिक मांग फिसलने से चांदी हाजिर भी 585 रुपए कमजोर होकर 35915 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। शुक्रवार यह 1100 रुपए की तेजी के साथ 36500 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी। चांदी वायदा भी 136 रुपए लुढ़ककर 36089 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। इस दौरान सिक्का लिवाली और बिकवाली भी एक-एक हजार रुपए उतरकर क्रमश: 52 हजार रुपए और 53 हजार रुपए प्रति सैकड़ा रहे।
Source: Jagruk Times


जीवन में योग के लाभ


योग का अर्थ एक विशेष अभ्यास करना यह अपने शरीर को हिलाना डुलाना नहीं है। योग का अर्थ है अपने उच्च स्वभाव तक पहुंचने के लिए उपयोग किया गया कोई भी तरीका। आप जो टेक्नोलॉजी उपयोग में लाते हैं उसे योग कहा जाता है। जीवन में योग क्यों आवश्यक है निश्चित रूप से इसका शारीरिक लाभ है। यह एक व्यक्ति के लिए बहुत कुछ है। इससे व्यक्ति अपना स्वास्थ्य सुधार सकते हैं और अपने शरीर को और लचीला बना सकते है। लेकिन एक स्वस्थ्य शरीर के साथ भी जीवन में अस्थिरता बनी रहेगी। इस ग्रह पर अस्वस्थ और दयनीय लोगों से अधिक संख्या में स्वस्थ और दु:खी लोग हैं। यदि आपको बीमारी है तो कम से कम आपके पास एक अच्छा बहाना है।

अधिकतर लोगों के पास तो यह भी नहीं। योग के साथ शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक खुशी मिलेगी। लोग सरल योग प्रक्रियाओं से अनूठा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इससे जीवन में स्थिरता नहीं आती। जबतक आप का अस्तित्व है मानव के सभी पक्षों को जाने बिना तब तक आप एक संघर्षपूर्ण सीमित जीवन जिएंगे। एक बात मानव शरीर और बुद्धि के साथ इस विश्व में आने पर आप जीवन के सभी पक्षों को ढूढऩे में सक्षम होते हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो व्यक्ति को कष्ट होता है क्योंकि यह शरीर तक सीमित होता है और अन्य पक्षों के अनुभवों से वंचित है। यह जीवन की प्रकृति है।

आप जैसे ही इसे रोकते है यह संघर्ष करता है। आज तंत्रिका सिद्धांत तथा आधुनिक विज्ञान जीवन के पक्षों की बात करता है। हम योग प्रणाली में हमेशा जीवन के 21 पक्षों की बात करते हैं। यदि आप अभी उपलब्ध तीन पक्षों के साथ इतना अधिक करते हैं तो आप पास 21 पक्षों के साथ जीवन में अधिक स्वतंत्रा प्राप्त करेंगे। आप आसानी से अपना जीवन से निपटलेंगे क्योंकि सभी पक्ष जीवंत हैं और आपके अनुभवों के भीतर हैं। योगा के विषय में वास्तविक बात यह है कि योग आपको संपूर्ण समावेशी बनाता है।

यह आपके जीवन के अनुभव को इतना व्यापक औऱ सम्पूर्ण समावेशी बनाता है कि आप व्यक्ति के बदले एक सार्वभौमिक प्रक्रिया हो जाते हैं जोकि प्रत्येक मनुष्य के रूप में मौलिक रूप में निहित है। आप जहां कहीं भी होंगे आप अभी जो कर रहे हैं उससे अधिक करना चाहेंगे। यह बात मायने नहीं रखती कि आपकी सोच शीर्ष पर है अथवा नीचे है फिर भी आप जो हैं उससे अधिक होना चाहते हैं। यदि थोड़ा बहुत कुछ होता है तो आप चाहते है कि कुछ और हो, कुछ और हो। यह क्या है जो आप चाहते हैं।

Source: Jagruk Times