राष्ट्रीय राजमार्ग 15 पर सिवाड़ा की सरहद में मंगलवार के देर रात को पिकअप व बस की भिडंत में एक की मौत हो गई। जबकि दो जने घायल हो गये।
पुलिस के अनुसार बाड़मेर से अहमदाबाद जा रही निजी बस के सामने से आ रही पिकअप से टक्कर हो गई। जिससे पिकअप में सवार के.आर. बंधाकुआ निवासी सोनाराम (24) पुत्र पूनमाराम जाट की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उसमें सवार सोनड़ी निवासी मांगीलाल व रामलाल के चोटें आई। घायलों को सांचौर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौका मुआवना किया। बस व पिकअप को जब्त कर लिया गया है।
Wednesday, 18 May 2016
हादसे में एक की मौत, दो घायल
Thursday, 12 May 2016
चाहे जितनी भी बदन में दर्द हो पर कॉम्बिफ्लेम टेबलेट कभी मत खाना
किसी तरह के दर्द पर तुरंत असर करने वाली पॉपुलर मेडिसीन कॉम्बिफ्लेम आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. भारत में लोगों की जुबां पर बैठ चुकी यह दर्द की दवा सेफ्टी स्टैंडर्ड्स पर खरा नहीं उतर पायी है. हाल ही में सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की जांच में कॉम्बिफ्लेम के चार बैच फेल हो गए हैं. जांच के तय मानकों पर खरा ना उतरने के बाद कॉम्बिफ्लेम बनाने वाली कंपनी ने भारतीय मार्केट से दवाईयों की बड़ी खेप हटा ली है.
सेहत के लिए खतरनाक
डिसइंटिग्रेशन टेस्ट में कॉम्बिफ्लेम फेल चुकी है. दरअसल इस टेस्ट में ये देखा जाता है कि मेडिसिन बॉडी के अंदर कितनी देर में ब्रेकडाउन होती है. यहीं पर कॉम्बिफ्लेम फेल हो गया है. कॉम्बिफ्लेम की ब्रेकडाउन टाईम ज्यादा निकली. सेंट्रल ड्रग स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की माने तो इस के इस्तेमाल से मरीज को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. खास तौर पर इससे पेट के अंदर ब्लीडिंग हो सकती है. लूज मोशन्स और गैस्टो-इन्टेस्टाइनल की परेशानी से भी मरीज को दो-चार होना पड़ सकता है.
कंपनी ने बाजार से दवाएं वापस मंगवाई
जांच में चार बैच के फेल हो जाने के बाद कॉम्बिफ्लेम बनाने वाली कंपनी सनोफी ने भारतीय मार्केट से कॉम्बिफ्लेम की बड़ी खेप हटा ली है. कंपनी की माने तो इसने जून और जुलाई 2015 बैच की दवाईयां वापस मंगवाली है. इसके अलावा दो और बैच भी है जो टेस्ट में फेल हुई हैं. कंपनी का कहना है कि इन दोनों बैच को भी बहुत जल्द मार्केट से हटा लिया जाएगा.
कॉम्बिफ्लेम में पैरासिटामॉल और आईबूप्रोफेन
कॉम्बिफ्लेम में पैरासिटामोल और आईबूप्रोफेन का कॉम्बिनेशन है और यह भारत में सनोफी के पांच सबसे बड़े ब्रांडों में से एक है. सीडीएससीओ ने कॉम्बिफ्लेम के जिन बैचों को निम्न क्वालिटी का माना है, वे जून, 2015 और जुलाई, 2015 में तैयार किए गए थे और इन पर मई, 2018 और जून, 2018 की एक्सपायरी डेट अंकित है.
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सोना 260 और चांदी 585 रुपए की गिरावट
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की अध्यक्ष जेनेट येलेन द्वारा इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने के बयान से डॉलर में आई तेजी के कारण पीली धातु में गिरावट दर्ज की गई। उन्होंने कहा है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस साल के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है। इससे निवेशकों के निवेश से दूरी बनाने के कारण सोना की कीमत में गिरावट देखी गई। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चांदी हाजिर भी 0.3 प्रतिशत टूटकर 15.12 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
विदेशी बाजारों के नकारात्मक संकेत और घरेलू मांग उतरने से सोना
स्टैंडर्ड 260 रुपए लुढ़ककर 26990 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। पिछले कारोबारी दिवस यह 400 रुपए की तेजी के साथ एक महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। वहीं सोना भी इतनी ही गिरावट के साथ 26840 रुपए प्रति दस ग्राम आ गया। पीली धातु की नरमी का असर आठ ग्राम वाली गिन्नी पर भी पड़ी और यह 100 रुपए गिरकर 22400 रुपए पर आ गई। घरेलू औद्योगिक मांग फिसलने से चांदी हाजिर भी 585 रुपए कमजोर होकर 35915 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। शुक्रवार यह 1100 रुपए की तेजी के साथ 36500 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई थी। चांदी वायदा भी 136 रुपए लुढ़ककर 36089 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई। इस दौरान सिक्का लिवाली और बिकवाली भी एक-एक हजार रुपए उतरकर क्रमश: 52 हजार रुपए और 53 हजार रुपए प्रति सैकड़ा रहे।Source: Jagruk Times
जीवन में योग के लाभ
अधिकतर लोगों के पास तो यह भी नहीं। योग के साथ शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक खुशी मिलेगी। लोग सरल योग प्रक्रियाओं से अनूठा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं लेकिन इससे जीवन में स्थिरता नहीं आती। जबतक आप का अस्तित्व है मानव के सभी पक्षों को जाने बिना तब तक आप एक संघर्षपूर्ण सीमित जीवन जिएंगे। एक बात मानव शरीर और बुद्धि के साथ इस विश्व में आने पर आप जीवन के सभी पक्षों को ढूढऩे में सक्षम होते हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो व्यक्ति को कष्ट होता है क्योंकि यह शरीर तक सीमित होता है और अन्य पक्षों के अनुभवों से वंचित है। यह जीवन की प्रकृति है।
आप जैसे ही इसे रोकते है यह संघर्ष करता है। आज तंत्रिका सिद्धांत तथा आधुनिक विज्ञान जीवन के पक्षों की बात करता है। हम योग प्रणाली में हमेशा जीवन के 21 पक्षों की बात करते हैं। यदि आप अभी उपलब्ध तीन पक्षों के साथ इतना अधिक करते हैं तो आप पास 21 पक्षों के साथ जीवन में अधिक स्वतंत्रा प्राप्त करेंगे। आप आसानी से अपना जीवन से निपटलेंगे क्योंकि सभी पक्ष जीवंत हैं और आपके अनुभवों के भीतर हैं। योगा के विषय में वास्तविक बात यह है कि योग आपको संपूर्ण समावेशी बनाता है।
यह आपके जीवन के अनुभव को इतना व्यापक औऱ सम्पूर्ण समावेशी बनाता है कि आप व्यक्ति के बदले एक सार्वभौमिक प्रक्रिया हो जाते हैं जोकि प्रत्येक मनुष्य के रूप में मौलिक रूप में निहित है। आप जहां कहीं भी होंगे आप अभी जो कर रहे हैं उससे अधिक करना चाहेंगे। यह बात मायने नहीं रखती कि आपकी सोच शीर्ष पर है अथवा नीचे है फिर भी आप जो हैं उससे अधिक होना चाहते हैं। यदि थोड़ा बहुत कुछ होता है तो आप चाहते है कि कुछ और हो, कुछ और हो। यह क्या है जो आप चाहते हैं।
Source: Jagruk Times
इस जॉब में मिलती है 80 लाख तक सैलरी, ये हैं सबसे ज्यादा इनकम वाले Jobs
सॉल्युशन आर्किटेक्ट:
डाटा साइंटिस्ट:
अगर आप गलत फ़ैसले लेने के लिए पछताते हैं, तो शायद वो आपने भूखे पेट लिए होंगे!
Source: Static
Obsessive Compulsive Disorder (OCD), Autism Spectrum Disorder (ASD), ड्रग एब्यूज़ जैसे डिसऑर्डर में आवेग ही मुख्य कारण होता है. जब पेट खाली होता है और भूख महसूस होती है, तो Ghrelin दिमाग तक इसका सिग्नल पहुंचाता है. इसका मतलब होता है कि पेट को जल्दी ही खाने की ज़रुरत है. इस सिग्नल को न मानने पर आवेग बढ़ना और फिर इंतज़ार न कर पाना बेहद आम है.
Source: Huffpost
कुल मिलाकर जो व्यक्ति भूख लगने के बाद जल्दी से पेट भरने के लिए कुछ खाता-पीता है, वो अच्छे निर्णय लेने में ज़्यादा सफल होता है. इसके अलावा जो व्यक्ति अपनी भूख को अवॉयड करता है, उसके बुरे फैसले के लिए आवेग और Ghrelin का स्तर ज़िम्मेदार होता है. ऐसा व्रत रखने के दौरान भी हो सकता है कि आपका व्यवहार Ghrelin के स्तर के बढ़ने के कारण आवेगपूर्ण रहे. इसलिए आगे से इस बात का ध्यान रखें. पेट की भूख को अवॉयड करने के बजाय उसे मिटाने की कोशिश करें. फैसले तो फिर अच्छे ही होंगे.
Source: DNA
Wednesday, 11 May 2016
भूख हड़ताल से महिला की तबीयत बिगड़ी, धरना पांचवे दिन भी जारी
चितलवाना/जालोर
निकटवर्ती सेसावा गांव में नर्मदा नहर परियोजना की भीमगुड़ा वितरीका से हो रहे पानी की रिसाव को लेकर क्षेत्र के सैकड़ों किसान को सेसावा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे 5 दिन हो गये हैं लेकिन सरकार ने अभी तक किसानों की मांगे अभी तक नहीं मानी हैं।
तीन दिन से भुख हड़ताल पर बैठी श्रीमती हीरादेवी की तबीयत बिगड़ गई।
वहीं भुख हड़ताल के आज तीसरे दिन किसानो के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष नगर पालिका साँचोर बीरबलजी बिश्नोई, सेवादल अध्यक्ष सांचोर बाबूलाल गोदारा, वरिष्ठ कांग्रेसी जालाराम बिश्नोई, वकील जालाराम पूनिया सहित धरने पर उपस्थित थे।
और धरने पर SDM और तहसीलदार चितलवाना भी आये लेकिन मजबूर किसानो की मांग अभी तक सरकार ने नहीं मानी। सांचौर विधायक सहित 53 ग्रामीण भूख हड़ताल पर हैं।
अधेड़ के नर्मदा नहर में डूबने से मौत
ट्रेन की चपेट में आने से वृद्ध की मौत
मोदरान/जालोर
समदडी भीलडी रेलमार्ग पर मोदरान व भीमपुरा रेलमार्ग के बीच बुधवार को सुबह एक वृद्ध व्यक्ति की मालगाड़ी के नीचे आ जाने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई ।
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह ग्यारह बजे भीलडी से जोधपुर की ओर जा रही मालगाड़ी के आगे आ जाने से एक वृद्ध की मौत हो गई। मालगाड़ी के गार्ड शिवनारायण ने बताया कि मोदरान व भीमपुरा रेलमार्ग के किलोमीटर 98/2पर एक वृद्ध की पटरी पर आ जाने के बाद मालगाड़ी की चपेट आ जाने से सर धड से अलग हो गया जिससे घटना स्थल पर ही मौत हो गई मिली जानकारी के अनुसार वृद्ध की पहचान भबुताजी पुत्र मंगलजी राजपुरोहित निवासी बासडाधनजी के रुप में की गई ।
मोदरान पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर लाश को चिकित्सालय लेजाकर पोस्टमास्टम कर परिजनों को सौंप दिया।
जगमालसिंह राजपुरोहित मोदरान
Tuesday, 10 May 2016
मोदी ने नईदिल्ली में किया पुस्तिका का विमोचन
केन्द्र की मोदी एवं राज्य की वसुंधरा सरकार द्वारा जालोर-सिरोही संसदीय क्षेत्र में करवाए गए विकास कार्यों का संकलन कर एक पुस्तक के रूप सांसद देवजी पटेल ने प्रकाशित करवाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों विमोचन करवाया। सांसद पटेल ने बताया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं में विगत दो वर्षों में विकास एवं उपलब्धियों को ध्यान में रखते हुए जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र की प्रकाशित 'मोदी सरकार विकास लगातार' पुस्तक का प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी द्वारा विमोचन किया गया। जालोर-सिरोही लोकसभा क्षेत्र में पिछले दो वर्ष के कार्यकाल में हुए केन्द्र एवं राज्य सरकार के विकास एवं उपलब्धियों पर एक पुस्तिका का प्रकाशन किया है। इस पुस्तिका का विमोचन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नईदिल्ली में किया।
पोखरण परीक्षण II ने बदली दुनिया की सोच
साल 1998 में 11 मई को भारत ने पोखरण में परमाणु धमाके कर दुनिया को बता दिया था कि उसे हल्के में लेने की भूल नहीं की जा सकती है.
1. भारत ने 11 और 13 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण रेंज में पांच परमाणु परीक्षण किए. यह दिन प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है.
2. तीन विस्फोट हुए, जिनमें से 11 मई को एक और दूसरा 13 मई को हुआ.
3. इस सफलता के सूत्रधार पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम और चिदंबरम थे.
4. इस परीक्षण के साथ भारत दुनिया का छठी ताकत बन गया.
5. इस परीक्षण पर देश ने जहां खुशी जाहिर की, वहीं दुनिया के दूसरे मुल्कों ने तीखी प्रतिक्रिया दिखाई.
सौजन्य: NEWSSFLICKS